Subject: मौजूद है और है नहीं वहाँ Mon Jan 25, 2021 2:22 am
मौजूद है और है नहीं वहाँ
सुबह जब सूरज की रोशनी मुस्कुराते हुए फूल मुंहकी ओर से फूल खुशदेखने वाले की उद्यान हँसो मीठे अंगूर दाख ----------------------------- शाम, हथेली हंसते हुए कहते हैं पर वफादार मून पलकों के तहत सागर मेरा दिल हमेशा है ध्वनि पानी की नब्ज दिल सागरआप के साथ मेरा जीवन दु: ख ----------------------- खाली ब्रह्मांड के लिए कूच हथेली महीने रोना सितारे गायब समुद्र लड़कियों को चेताया टकमेरे दिल मेंप्रकट नहीं होता है सुबह उदासी शाम दु: ख ----------------- mahmud el ayat egypt