Subject: एक कविता एक अलग पल Tue Jan 26, 2021 12:54 am
एक कविता एक अलग पल
आप आ सकते हैं साद पल अप्रत्याशित आपको इसका एहसास हो सकता है आप इसे नहीं जानते होंगे **** जब देखो ऊपर से इमारत गिरता नहीं है आपके दिमाग मे हटाया जाना पैर या पैर होंगे **** देखो पक्षियों को स्पंदन आप के आसपास आसपास होंगे **** साफ आसमान वातावरण उज्ज्वल है आशा मुस्कुरा रही है रही है होंगे **** अगर मैं गिरा तुम्हारा भविष्य गुमनाम गुमनाम नामगे **** यह परिभाषित नहीं किया जा सकता है मालूम लेकिन यह असंभव है बातचीत बुराई से पल होंगे mahmoud el ayat मिस्र د محمود العياط