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| Subject: कविता टकराव शर्मीला खुलासा Thu Jan 28, 2021 9:24 pm | |
| कविता टकराव शर्मीला खुलासा
आपको याद दिला सकता है मेरा प्यार जब तुम हमें ले जाओगे लतागृति उदासीन लेखन इसका समय हमें लगता है मौन के शब्द और खुलासा होगा हथेली में क्या है हर कोई नहीं भूलता लागृति कताई का ज्ञान दर्द में और अवशेषों की गति संकोच पैरों के नीचे विदाई वाहिनी दीवारों के बीच हो संकोच और नींद भरी आँखें डगगृति हजार बंधन खुशियों पर मत सोइये स्तनों में और आकर्षण कर्लव और पक्षी और ओक डगमगा गए शाम को आकगृति एल्टिया में फव्वारा oozes हमारे आसपास प्यार से और नदी बताती है रास्तों में एक मुठभेड़ में लालसा धीमा चले जाना लसागृति और हंस पड़ी माँग पर बिगड़ना सूर्योदय में आप सभी दर्शन करें मत भूलो शुभ रात्रि वह ताज बन गया स्वर्ण सिर के ऊपर करुणा एक आशीर्वाद है आसमान से स्वगृति मटमैला गुलाब शाखाओं के बीच इच्छाधारी सोच के बीच रोशनी में और टक्कर गृति पत्रों में थंडर से और सुंदर जागृति mahmoud el ayat मिस्र د محمود العياط
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